ब्रेस्ट का छोटा होने के कारण || विभिन्न औषधियों से उपचार...


ब्रेस्ट का साइज किसी तरह बढ़ाया जा सकता है, स्तनो का छोटा होने के कारण ||  विभिन्न औषधियों से उपचार...


शरीर के अन्य अंगों के अनुपात में नारी के स्तनों का छोटा रह जाना एट्रॉफी ऑफ ब्रेस्ट कहलाता है । स्तनों के अन्दर की ग्रंथियां पूर्णत: विकसित नहीं होने से इस तरह की स्थिति पैदा होती जाती है।

 महिलाओं की खूबसूरती में सुडौल स्‍तन बहुत अहम भूमिका निभाते हैं। हर महिला का अपना अलग साइज़ होता है, लेकिन कई महिलाओं का ऐसा मानना है कि बड़े और सुडौल स्‍तन ज़्यादा आकर्षक होते हैं। ब्रेस्ट साइज़ को लेकर किए गए कई अध्ययनों में यह भी सामने आया है कि बड़े स्तन वाली महिलाएं अन्य महिलाओं के मुक़ाबले खुद को ज़्यादा कॉन्फिडेंट महसूस करती हैं। खैर, स्तन छोटे हों या बड़े इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। आपका आत्मविश्वास ही आपकी असल खूबसूरती है और यह किसी भी बॉडी टाइप में हो सकता है। 

 पर हमेशा से ही बाज़ार में स्तन बढ़ाने के उपाय मौजूद रहे हैं। क्या ये वाकई काम करते हैं? आज इसी पर विस्तार से बात करते हैं।

 

विभिन्न औषधियों से उपचार :-

1. कलौंजी: कलौंजी आधे से 1 ग्राम की मात्रा में रोज सुबह-शाम स्त्री को पिलाने से स्तन के आकार में वृद्धि हो जाती है।

 

2. गंभारी: गंभारी के रस और तिल के तेल को मिलाकर स्त्री के स्तनों पर धीरे-धीरे मालिश करें और इसी तेल में रूई को भिगोकर जनेन्द्रिय (सेक्सुल इन्द्री) में रखने से स्तनों के आकार में वृद्धि होती है।

 

3. एरण्ड: एरण्ड के तेल की मालिश करने से स्तनों का आकार बढ़ने लगता है।

 

4. काला जीरा: काला जीरा (स्याह जीरा) आधा से 2 ग्राम सुबह-शाम खाने से स्तनों में पहले की तुलना में वृद्धि होती है।

 

5. दुद्धी :- दुद्धी के रस की 10 से 20 बूंदों को सेवन करने से स्तनों के छोटेपन से छुटकारा मिलता है।
दुद्धी को पीसकर चूर्ण बनाकर रख लें, फिर इसी चूर्ण को एक चौथाई ग्राम से आधा ग्राम तक खाने से स्तनों के आकार में वृद्धि होती है।

 

6. चौलाई: चौलाई (गेन्हारी) की सब्जी के पंचांग (जड़, तना, पत्ती, फल और फूल) को अरहर (रहरी) की दाल के साथ मिलाकर खाने से पशु और स्त्री के स्तनों की वृद्धि होती है।

 

7. तोदरी: तोदरी के बीजों को पीसकर बारीक चूर्ण बनाकर रख लें, फिर इसी चूर्ण को 5 से 10 ग्राम की मात्रा में पानी में भिगोकर उसमें मिश्री को अच्छी तरह मिलाकर लई (लुआबदार) शर्बत बनाकर पीने से स्तनों के छोटे आकार में बदलाव मिलता है।

 

8. गजपीपल: गजपीपल, बच और असगंध को बराबर मात्रा में लेकर भैंस के दूध से बने मक्खन के साथ स्तनों पर लेप करने से स्तनों के छोटेपन से छुटकारा मिलता है।

 

 स्तनो में समय समय पर होने वाले बदलावों की जानकारी :-


  • अन्य कई कारणों से :- अगर आपके स्तन छोटे हैं तो इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे – कम वज़न होना, पारिवारिक इतिहास, हेल्दी डाइट न लेना, किसी दवा का साइड इफैक्ट, हॉर्मोनल असंतुलन, तनाव।
  • मासिक चक्र से पहले :- आपके मासिक धर्म से ठीक पहले आपके स्तन अस्थायी रूप से बड़े हो सकते हैं, जब एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन स्तन नलिकाओं और दूध ग्रंथियों को बढ़ाते हैं।
  • गर्भावस्था के समय :- साइज़ का बढ़ना गर्भावस्था के पहले लक्षणों में से एक हैं। आपके स्तन गर्भावस्था के दौरान आकार में बढ़ते रहेंगे क्योंकि वे स्तनपान कराने की तैयारी करते हैं।

 

 क्या ब्रेस्ट का साइज किसी तरह बढ़ाया जा सकता है?

  • मालिश के जरिए :-  बड़े स्तन पाने का दूसरा तरीका मालिश है। दिन में कम से कम एक बार अपने स्तनों की मालिश करें। इससे रक्त संचार बढ़ता है, जिससे हार्मोन का प्रवाह सुचारू रूप से होता है और स्तन का आकार बढ़ता है।
  • सही ब्रा का चुनाव :-  एक्स्पर्ट्स का मानना है कि अपने स्तनों के उचित विकास के लिए, सही ब्रा का चयन करना आवश्यक है। ब्रा का आकार सैगिंग को नियंत्रित करने और आपके स्तनों को सुडौल और टोन्ड बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  •  नियमित व्यायाम :- कुछ एक्सरसाइज़ हैं जो प्राकृतिक रूप से आपका ब्रेस्ट साइज़ बढ़ाने में मदद कर सकती हैं। एक्स्पर्ट्स का मानना है कि ऐसे व्यायाम करें जो छाती, पीठ और कंधे के क्षेत्र को मजबूत करें। इससे आपके ब्रेस्ट का साइज़ बढ़ सकता है और इन्हें एक सुडौल आकार भी मिल सकता है। कुछ व्यायाम भी स्तन को सुडौल और दृढ़ बनाने में मदद कर सकते है |
  • Push-ups
  • Crunches
  • wall-ups
  • Chest press

आपके जानकारी के लिए :- ब्रेस्ट साइज़ बढ़ाने के लिए कोई भी भोजन या डाइट प्लान चिकित्सकीय रूप से सिद्ध नहीं है।

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