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Showing posts from January, 2023

पेट दर्द :- घर में मौजूद आयुर्वेदिक नुस्खे से पेट दर्द का इलाज, (Stomach pain treatment with Ayurvedic remedies available at home)

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 पेट दर्द   गलत खान पान अथवा अपच के कारण होने वाले पेट दर्द के लिए आयुर्वेद में कुछ नुस्खे बताए गये हैं ! जिनका अगर प्रयोग किया जाए तो पेट दर्द कि परेशानी से बचा जा सकता है ! हालांकि इस तरह के पेट दर्द के लिए आज भी हमारे घरों में आयुर्वेदिक नुस्खे काम में लाये जाते हैं और उनसे आराम भी मिलता है ! ऐसे ही कुछ नुस्खे :  1. अदरक और लहसुन को बराबर कि मात्रा में पीसकर एक चम्मच कि मात्रा में पानी के साथ सेवन करने से पेट दर्द में लाभ मिलता है !  2. एक ग्राम काला नमक और दो ग्राम अजवायन गर्म पानी के साथ सेवन करने से पेट दर्द में लाभ मिलता है !  3. अमरबेल के बीजों को पानी से पीसकर बनाए गये लेप को पेट पर लगाकर कपडे से बाँधने से गैस कि तकलीफ, डकारें आना, अपानवायु न निकलना, पेट दर्द और मरोड़ जैसे कष्ट दूर हो जाते हैं !  4. सौंठ, हींग और कालीमिर्च का चूर्ण बराबर कि मात्रा में मिलाकर एक चम्मच कि मात्रा में गर्म पानी के साथ लेने से पेट दर्द में तुरंत आराम मिलता है !  5. जटामांसी, सौंठ, आंवला और काला नमक / बराबर कि मात्रा में पीस लें और एक एक चम्मच कि मात्रा में तीन बार लेने से भी पेट दर्द से राहत मिलती

डायबिटीज (मधुमेह) के बचाव के लिए नुक्से, (Tips to prevent diabetes)

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    डायबिटीज   डायबिटीज अब उम्र, देश व परिस्थिति की सीमाओं को लांघ चुका है। इसके मरीजों का तेजी से बढ़ता आंकड़ा दुनियाभर में चिंता का विषय बन चुका है। जानते हैं कुछ देशी नुस्खे मधुमेह रोगियों के लिए - -  : मधुमेह के मरीज को प्यास अधिक लगती है। अत: बार-बार प्यास लगने की अवस्था में नीबू निचोड़कर पीने से प्यास की अधिकता शांत होती है।  खीरा : मधुमेह के मरीजों को भूख से थोड़ा कम तथा हल्का भोजन लेने की सलाह दी जाती है। ऐसे में बार-बार भूख महसूस होती है। इस स्थिति में खीरा खाकर भूख मिटाना चाहिए।  गाजर-पालक : इन रोगियों को गाजर - पालक का रस मिलाकर पीना चाहिए। इससे आंखों की कमजोरी दूर होती है।  शलजम : मधुमेह के रोगी को तरोई, लौकी, परवल, पालक, पपीता आदि का प्रयोग ज्यादा करना चाहिए। शलजम के प्रयोग से भी रक्त में स्थित शर्करा की मात्रा कम होने लगती है। अतः शलजम की सब्जी, पराठे, सलाद आदि चीजें स्वाद बदल-बदलकर ले सकते हैं।  जामुन : मधुमेह के उपचार में जामुन एक पारंपरिक औषधि है। जामुन को मधुमेह के रोगी का ही फल कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी, क्योंकि इसकी गुठली, छाल, रस और गूदा सभी मधुमेह में बेहद

गैस और बदहजमी से कैसे निजात पाएं, (How to get rid of gas and indigestion)

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  गैस व् बदहजमी दूर करने के लिए :-  1. भोजन हमेशा समय पर करें |  2 . प्रतिदिन सुबह देसी शहद में निम्बू रस मिलाकर चाट लें  3. हींग, लहसुन, चद गुप्पा ये तीनो बूटियाँ पीसकर  गोली बनाकर छाँव में सुखा लें, व् प्रतिदिन एक गोली  खाएं |  4. भोजन के समय सादे पानी के बजाये अजवायन  का उबला पानी प्रयोग करें, 5 लहसुन, जीरा 10 ग्राम घी में भुनकर भोजन से पहले खाए |  6. सौंठ पावडर शहद ये गर्म पानी से खाएं |  7. लौंग का उबला पानी रोजाना पियें |  8. जीरा, सौंफ, अजवायन इनको सुखाकर पावडर बना लें, शहद के साथ भोजन से पहले प्रयोग करें |   To get rid of gas and indigestion:  1. Always eat food on time.  2 .  Mix lemon juice in native honey and lick it every morning.  3. Grinding these three herbs, asafoetida, garlic, chad guppa  Make a tablet and dry it in the shade, and one tablet daily do eat.  4. Ajwain instead of plain water at the time of meal Use boiled water.  5. Roast garlic and cumin in 10 grams of ghee and eat before meals.  6. Eat dry ginger powder and honey with hot water.  7. Drink boiled water o

सर दर्द से राहत के लिए, (For relief from headache)

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    सर दर्द से राहत के लिए  1. तेज़ पत्ती की काली चाय में निम्बू का रस निचोड़ कर पीने से सर दर्द में अत्यधिक लाभ होता है .  2 . नारियल पानी में या चावल धुले पानी में सौंठ पावडर का लेप बनाकर उसे सर पर लेप करने भी सर दर्द में आराम पहुंचेगा .  3 . सफ़ेद चन्दन पावडर को चावल धुले पानी में घिसकर उसका लेप लगाने से भी फायेदा होगा  4. सफ़ेद सूती का कपडा पानी में भिगोकर माथे पर रखने से भी आराम मिलता है .  5. लहसुन पानी में पीसकर उसका लेप भी सर दर्द में आरामदायक होता है .  6 . लाल तुलसी के पत्तों को कुचल कर उसका रस . दिन में माथे पर 2, 3 बार लगाने से भी दर्द में राहत देगा | 7. चावल धुले पानी में जायेफल घिसकर उसका लेप लगाने से भी सर दर्द में आराम देगा . 8. हरा धनिया कुचलकर उसका लेप लगाने से भी बहुत आराम मिलेगा . १ . सफ़ेद सूती कपडे को सिरके में भिगोकर माथे पर रखने से भी दर्द में राहत मिलेगी.   For relief from headache  1. Taking black tea of ​​bay leaves after squeezing lemon juice is very beneficial in headache.  2 .  Making a paste of dry ginger powder in coconut water or rice washed water and a

मुंह में छाले, (Sores in the mouth)

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    मुंह में छाले मुंह में अगर छाले हो जाएं तो जीना मुहा हमल हो जाता है। खाना तो दूर पानी पीना भी मुश्किल हो जाता है। लेकिन, इसका इलाज आपके आसपास ही मौजूद है। मुंह के छाले गालों के अंदर और जीभ पर होते हैं। संतुलित आहार, पेट में दिक्कत, पान-मसालों का सेवन छाले का प्रमुख कारण है। छाले होने पर बहुत तेज दर्द होता है। आइए हम आपको मुंह के छालों से बचने के लिए घरेलू उपचार बताते हैं ।  मुंह के छालों से बचने के घरेलू उपचार-  शहद में मुलहठी का चूर्ण मिलाकर इसका लेप मुंह के छालों पर करें और लार को मुंह से बाहर टपकने दें।  मुंह में छाले होने पर अडूसा के 2-3 पत्तों को चबाकर उनका रस चूसना चाहिए।  छाले होने पर कत्था और मुलहठी का चूर्ण और शहद मिलाकर मुंह के छालों परलगाने चाहिए।  अमलतास की फली मज्जा को धनिये के साथ पीसकर थोड़ा कत्था मिलाकर मुंह में रखिए। या केवल अमलतास के गूदे को मुंहमें रखने से मुंह के छाले दूर हो जाते हैं।  अमरूद के मुलायम पत्तों में कत्था मिलाकर पान की तरह चबाने से मुंह के छाले से राहत मिलती है और छाले ठीक हो जाते हैं   Sores in the mouth  If there are blisters in the mouth then lif

Hair Greying :- बालों के सफेद होने पर प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार, (natural remedies for graying of hair)

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  बालों का सफेद होना (Hair Greying ) :   परिचय :-  वैसे देखा जाए तो बढ़ती उम्र के साथ-साथ बालों का सफेद होना आम बात है, लेकिन समय से पहले बालों का सफेद हो जाना एक प्रकार का रोग है। जब यह रोग किसी व्यक्ति को हो जाता है तो उसके बाल दिनों दिन सफेद होने लगते हैं। बालों का सफेद होना एक चिंता का विषय है और विशेषकर महिलाओं के लिए। यदि बाल समय से पहले सफेद हो जाते हैं तो व्यक्ति की चेहरे की सुन्दरता अच्छी नहीं लगती है। इसलिए बालों के सफेद होने पर इसका इलाज प्राकृतिक चिकित्सा से किया जा सकता है।  बालों के सफेद होने का कारण:-  1. असंतुलित भोजन तथा भोजन में विटामिन 'बी ´, लोहतत्व, तांबा और आयोडीन की कमी होने के कारण बाल सफेद हो जाते हैं।  2. मानसिक चिंता करने के कारण भी बाल सफेद होने लगते हैं।   3. सिर की सही तरीके से सफाई न करने के कारण भी व्यक्ति के बाल सफेद होने लगते हैं।  4. कई प्रकार के रोग जैसे- साईनस, पुरानी कब्ज, रक्त का सही संचारण न होना आदि के कारण बाल सफेद हो सकते हैं।  5. रसायनयुक्त शैम्पू, साबुन, तेलों का उपयोग करने के कारण भी बाल सफेद हो सकते हैं।  6. अच्छी या पूरी नींद न लेने

आखिर ज्यादा हिचकियां क्यों आती हैं, (Why do you have so many Hiccups)

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      हिचकियां (Hiccups) आना एक आम बात है। पर जब ज्यादा हिचकी आती जाएँ और रुकने का नाम ना लें तो हम परेशान हो जाते हैं और चाहते हैं हिचकी जल्दी से बंद हो जाएँ। पर क्या आप जानते हैं की हिचकी आखिर आती क्यों हैं। तो जानते हैं ज्यादा हिचकी आने के कारण और निवारण। आखिर ज्यादा हिचकियां क्यों आती हैं ? आमतौर पर हिचकी आने पर आपने कई लोगों के मुँह से सुना होगा कि कोई आपको याद कर रहा है। अक्सर बड़े बूढ़े और गावं के लोगों की ऐसे मान्यता होती है। इस तरह जब ज्यादा हिचकियां आती हैं तो कह दिया जाता है की आपको कई लोग याद कर रहे हैं। और इसे बंद करने के लिए आप उस व्यक्ति का नाम लें जो आपको याद कर रहा है। यदि अपने सही नाम ले लिया तो आपकी हिचकी बंद हो जाएगी। यह तो रही हिचकी आने की आम धारणाएं जो पुराने लोग मानते आ रहें हैं और लोग इस पर अभी भी विश्वास करते हैं। आइये अब जानते हैं हिचकी आने के वैज्ञानिक कारण को – ज्यादा हिचकी आने का वैज्ञानिक कारण :- Scientific reason for excessive hiccups हिचकी आने का वैज्ञानिक कारण डायाफ्राम का सुकुड़ना हैं। डायाफ्राम हमारे शरीर का वह भाग होता है जो पेट से छाती को अलग करता है औ